व्यक्ति की शारीरिक ऊंचाई को प्रभावित करनेवाले कारक
क्या आप किसी के पार आए हैं, जो मानता है कि ऊंचाई केवल आनुवांशिक मामला है तथा उसके कारण अपने माता-पिता के बहुत अधिक शारीरिक उंचाई होने की संभावना लगभग नहीं है ?सामान्यत: ऐसे व्यक्तियों में अपने छोटे कद के कारण एक हीनता की भावना विकसित हो जाती हैं. अत: कभी-कभी ऊंचाई बढ़ाने के लिए वो पर्याप्त प्रयास करना भी छोड देते है.
आनुवंशिकी निर्णायक नहीं
शारीरिक उंचाई में, आनुवंशिकी की एक भूमिका होती है, किंतु केवल यही एक घटक निर्णायक नहीं होता. वास्तव में अन्य बातों को भी ध्यान में रखना चाहिए.शारीरिक ऊंचाई को भाग्य के हाथों में छोड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है. बढ़ती आयु में हर व्यक्ति निश्चित रूप से अच्छी ऊंचाई पाने के लिए, कई तरह के प्रयास कर सकती हैं.
सामान्यत: ऊँचाई को प्रभावित करने वाले या उंचाई की धारणा को प्रभावित करनेवाले कारक इस प्रकार से है :
- व्यायाम एवम उसी की नियमितता
- आहार और आहार की आदतें
- पूरक औषधीयाँ
- जग के सामने स्वयं को प्रस्तुत करने से संबंधी फॅशन से संबंधित कारक
व्यायाम तथा अन्य उपाय
तैरना, कूदना, रस्सी कूदना, पुल-अप्स, भुजंगासन, हस्त-पादासन, सर्वांगासन, त्रिकोणासन जैसे योगासन,आदि कुछ सुलभ व्यायाम हैं, जिनको अपनाना बहुत कठिन नहीं है. अर्थात जो भी व्यायाम अपनाए वो नियमित रूप से होना आवश्यक है.
सही समय पर भोजन करना, सही तरीके से भोजन करना एवम प्रोटीन तथा विटामिन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे डेयरी उत्पाद, सोयाबीन, केला, विभिन्न प्रकार के नट्स, ताजा हरी पत्तेदार सब्जियाँ आदि को नियमित आहार का भाग बनाना ऊंचाई पानेके लिये सहाय्यक होता है.
शारीरिक ऊंचाई पाने के लिए, बाजार में कई पूरक औषधियाँ उपलब्ध हैं. एक सही पूरक चुनना एक कठीन काम हो सकता है.किंतु सामान्यत: कोई भी प्राकृतिक अर्क से बना एक आयुर्वेदिक / हर्बल पूरक, जिसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है,वो सबसे उत्तम विकल्प होगा.
फॅशन से संबधित उपाय
जूते, पोशाक, केश, टोपी केवल फॅशन का भाग नहीं है. इन वस्तुओंसे ऊंचाई की धारणा बदली जा सकती है. जूतों में, अतिरिक्त हील्स या अधिक ऊँचाई वाले तलवों की हील्स का उपयोग करना, पतलून या साड़ी या नीचे से कमर के उपरी भाग तक आनेवाले कपड़े पहनना, लंबे पैरों की छाप देता है. स्वाभाविकत: ऊंचाई की धारणा में वृद्धी करता है.मॅचिंग सॉक्स,शूज़ या मोनोक्रोम ड्रेसेज़ के उपयोग से, उँचा दिखने में सहाय्यता मिलती है.ऐसी हेयरस्टाइल्स, जो एक के सिर के ऊपर एक उभार देती है, ऊंचाई की धारणा बढाती है. ऐसी टोपी जिस के ऊपरी छोर पे खाली जगह है, वो भी उँचा दिखने के लिये उपयुक्त है.